
गुरुवार, 12 जून 2025 को उत्तर प्रदेश का हाल ऐसा था जैसे सूरज ने तंदूर में गैस बढ़ा दी हो और हवा ने ‘बिना पसीना बहाए बाहर मत निकलो’ नीति अपना ली हो। लखनऊ में पारा 41°C पर अटका रहा, तो झांसी ने 45°C पार कर दिखा दिया कि असली आग तो वहां लगती है।
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लोगों ने अपने छाते फ्राइंग पैन समझकर छोड़ दिए और घरों को किले में तब्दील कर लिया। बाहर निकलने की हिम्मत वही कर रहे थे जिन्हें अपने दुश्मनों को जलाकर राख करना हो।
मौसम विभाग की घंटी: ‘ऑरेंज अलर्ट’ – सावधानी रखो, पर छाता मत भूलो!
अब आई उम्मीद की पहली बदली! मौसम विभाग ने 13 जून के लिए उत्तर प्रदेश में ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। मतलब लू भी आएगी, आंधी भी आएगी, और थोड़ी-बहुत बारिश भी झांकेगी – एकदम फ़िल्मी ड्रामा वाला पैकेज।
क्या-क्या होने वाला है?
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आंधी
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40-50 km/h की तेज हवाएं
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हल्की से मध्यम बारिश (कुछ जगहों पर छींटे, कुछ जगहों पर बाल्टी)
13 जून की रात: राहत या सिर्फ ट्रेलर?
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि असली एक्शन रात में शुरू होगा। तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट हो सकती है – यानी जो पसीना अभी बह रहा है, वो शायद थोड़ा थम जाए।
लेकिन एक चेतावनी भी:
लू अभी भी चालू है!
तो बुजुर्गों, बच्चों और मौसम की मर्जी को हल्के में लेने वालों से खास सावधानी बरतने की अपील की गई है।
मानसून की आहट: कहीं से बज रही है बारिश की सीटी
13 से 17 जून के बीच हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक की गतिविधियां बनी रहेंगी। इसे प्री-मानसून ड्रामा कहा जा रहा है – वो ट्रेलर जो असली मानसून के आने से पहले रिलीज़ होता है।
पूरे उत्तर प्रदेश में मानसून की फुल एंट्री जून के तीसरे सप्ताह में होगी। लेकिन इस बार केरल में जल्दी प्रवेश की वजह से यूपी में भी थोड़ी जल्दी झांकी हो सकती है।
तो, सवाल ये है… क्या 13 जून को राहत मिलेगी?
जवाब है: शायद हां… थोड़ा!
गर्मी में पक चुके लोगों को आंधी-बूंदाबांदी की ये झलक थोड़ी ठंडक दे सकती है, मगर अभी पूरी बारिश का मजा लेने के लिए पानी पूरी की दुकान के नीचे खड़े होने जितना धैर्य चाहिए।
अभी AC बंद न करें, लेकिन उम्मीद चालू रखें!
उत्तर प्रदेश में मौसम अभी ‘मूड में’ आ रहा है। लू के थपेड़ों के बाद आंधी और बारिश की फुहारें राहत लेकर आ सकती हैं। लेकिन जैसे हर सरकारी घोषणा में “शर्तें लागू” होती हैं, वैसे ही इस राहत में भी है – बूंदाबांदी होगी, पर सावधानी जरूरी है।
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